साकार हुआ सपना तेरा अब भी श्रमदान कर रही हूॅं। साकार हुआ सपना तेरा अब भी श्रमदान कर रही हूॅं।
मुझे गैरों ने नहीं अपनों ने मारा है मुझे गोलियों ने नहीं बोलियों ने मारा है, मुझे गैरों ने नहीं अपनों ने मारा है मुझे गोलियों ने नहीं बोलियों ने मारा है,
मैं मैं
मारा गया गरीब, देख ली चौकीदारी। मारा गया गरीब, देख ली चौकीदारी।
मैं अभिशप्ता.... मैं अभिशप्ता....
"कहता है कि इंसान मैं" "कहता है कि इंसान मैं"